अक्सर या देखा गया है की एक इंटरप्रेन्योर अपना काफी समय अपने प्रतिद्वंदियों और उनसे मिलने वाले कॉम्पीटीशन पर खर्च करता है , ये एक हद तक तो सही है लेकिन हमें कम्पटीशन पर ध्यान केंद्रित करने की बजाय ग्राहक की तरफ ध्यान केंद्रित करना चाहिए |

जो व्यक्ति ग्राहक की आवश्यकता को सबसे पहले समझ लेता है , उसी की जीत होती है | यदि आप ग्राहक के सामने ऐसी वस्तु पेश करेंगे जो किसी दूसरी कंपनी के ध्यान में न आयी हो , तो समझ लीजिये आपने बाजी मार ली | इसके बाद दूसरी कंपनियों के सामने आपकी नक़ल करने के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचेगा |

ग्राहक और उसकी जरुरत पर ध्यान दीजिये , चाहे इसके लिए आपको कोई भी कीमत चुकानी पड़े | ग्राहकों की आवश्यकताओं का ख्याल रखेंगे तो आपकी रचनात्मकता में भी बढ़ोतरी होती जाएगी |

ग्राहकों की उम्मीदों ,यादों और अनुभव का मेल ही तो ब्रांड है | हम जितना ही अपने ग्राहकों की जरूरतों पर ध्यान देंगे हमारा ब्रांड भी किसी भी कॉम्पीटीशन में उतना ही अच्छा प्रदर्शन करेगा |